Monday, 4 August 2014

Bhajan - Rahul Choudhary- ye zindagi hai aapki, o saanwre piya

Bhajan - Rahul Choudhary- ye zindagi hai aapki, o saanwre piya
lagta nahin hai aap bin, jag mein mera jeeya

This bhajan is sung in taunt sort of mood to Thakur g.
Devotee explains his plight to thakur g.
How devotee doesn't find any joy in worldly belongings.

How devotee is crying without You,
You should have given instead given poison,
what was my fault in this.


ये ज़िन्दगी है आपकी, ओ सांवरे पिया,
लगता नहीं है आप बिन, जग में मेरा जीया।।

इच्छा तुम्हारे अंक में बैठी रहू सदा,
तू बेवफाई कर भला, हो ना बेवफा,
रुस्वाई करने का सबब क्यूँ तुमने चुन लिया,

लगता नहीं है आप बिन, जग में मेरा जीया।।

रोते हुए यूँ छोड़ना, जाना ना था भला,
हाथो से विष पिला कर , जाता तू फिर चला,
अवगुण है क्या जो आपने अपना नहीं किया,

लगता नहीं है आप बिन, जग में मेरा जीया।।

दिल चैन जागने में ना, सोने में ना मिले,
प्रतिष्ठा, मान, वैभव से दिल नहीं खिले,
तन-मन तेरे वगैर ये दाग-दार कर लिया,

लगता नहीं है आप बिन, जग में मेरा जीया।।

हमें यूं भटकता छोड़ना, अच्छा नहीं करम,
मर्ज़ी तुम्हारी है मेरे हो सांवरे साजन,
बेबस को आंसुओ का भी अधिकार ना दिया,

लगता नहीं है आप बिन, जग में मेरा जीया।।

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